जान ले तो सत्य,
मान ले तो असत्य,ये विचित्र विविधता,
वरन पारदर्शिता,
है अपार आशाएं,
किन्तु अनगिनत निराशाएं,
प्रतिस्पर्धा स्वयं से,
अस्पष्ट निर्वहन से,
अनिश्चित प्रतीक्षा,
अनुमानित कठिनाई समीक्षा,
डटे रहे तो जय,
माने हार तो पराजय,
धैर्य, साहस , परिक्रम का विलय,
अद्भुत विलक्षण सत्य !!