हमारी गली सड़क गाँव शहर देश की स्वच्छता एक अहम समस्या है
और लोग इसकी गंभीरता उतनी ही सरलता से लेते है।
आज दूसरो को स्वच्छता पाठ बड़े अच्छे से पढ़ाते है
और कल स्वयं ही गन्दगी फैलाते है।
अपने घर और दरवाज़े के बाहर गंदगी पसंद ना करने वाले
बड़ी आसानी से सड़क किनारे कचरा फेंक कर चले आते है,
और पूरा आरोप सिस्टम पर लगाते है।
अपने घर की स्वच्छता का ध्यान है
लेकिन देश की स्वच्छता में योगदान से कतराते है।
देश के विकास की बातें समझने वाले,
घर और देश की समानता को समझ नहीं पाते।
आश्चर्य है इस मिश्रित स्वाभाव से,
तो मैं अकेला निकल पड़ा हूँ इस स्वच्छता अभियान में !
और लोग इसकी गंभीरता उतनी ही सरलता से लेते है।
आज दूसरो को स्वच्छता पाठ बड़े अच्छे से पढ़ाते है
और कल स्वयं ही गन्दगी फैलाते है।
अपने घर और दरवाज़े के बाहर गंदगी पसंद ना करने वाले
बड़ी आसानी से सड़क किनारे कचरा फेंक कर चले आते है,
और पूरा आरोप सिस्टम पर लगाते है।
अपने घर की स्वच्छता का ध्यान है
लेकिन देश की स्वच्छता में योगदान से कतराते है।
देश के विकास की बातें समझने वाले,
घर और देश की समानता को समझ नहीं पाते।
आश्चर्य है इस मिश्रित स्वाभाव से,
तो मैं अकेला निकल पड़ा हूँ इस स्वच्छता अभियान में !